काशी के दशाश्वमेध घाट पर जयपुर ने छोड़ी छाप सामूहिक हनुमान चालीसा का ऐतिहासिक आयोजन
महेंद्र भोमिया वरिष्ठ पत्रकार
जयपुर। सिविल लाइंस विधानसभा क्षेत्र से विधायक गोपाल शर्मा की अगुवाई में शनिवार को वाराणसी में शत प्रतिशत मतदान के संकल्प के साथ दशाश्वमेध घाट पर विराट हनुमान चालीसा का आयोजन हुआ। जयपुर से करीब सौ लोग शामिल हुए। जगद्गुरु शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती ने काशी राज परिवार प्रतिनिधि राजकुमारी कृष्णप्रिया, काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के अध्यक्ष प्रो. नागेंद्र पांडेय, डोम राजा ओम चौधरी, शहीद मंगल पांडे के प्रपौत्र रघुनाथ पांडे और शहीद भगत सिंह के भतीजे किरणजीत सिंह की उपस्थिति में वाराणसी की जनता को राष्ट्रहित में अधिकतम मतदान करने की शपथ दिलवाई। सर्व समाज काशी के तत्वावधान में हुए इस कार्यक्रम का संयोजन जयपुर सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा ने किया। लगभग चार घंटे तक चले इस भव्य समारोह में करीब एक लाख लोग शामिल हुए। धार्मिक गीत वातावरण में ऊर्जा का संचार कर रहे थे। वहीं, विख्यात कवियत्री अनामिका अंबर के जोशीले गीत और काव्यपाठ ने माहौल को देशभक्तिमय बनाए रखा। प्रसिद्ध हनुमान भक्त संत अमरनाथ महाराज ने जनता को सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ करवाया।
सजीव झांकियां रहीं आकर्षण
गायत्री शक्ति पीठ नगला के 11 विद्वानों ने घाट पर गायत्री महायज्ञ करवाया। काशी में अधिकतम मतदान की कामना करते हुए आहुतियां अर्पित की गईं। भगवान राम, लक्ष्मण, सीता, हनुमान जी और वानर सेना की स्वरूप झांकी आकर्षण का केंद्र रहीं। भोले की बारात ने जय घोष के साथ डमरू का निनाद किया। भक्ति गीतों की स्वर लहरियों पर वानर सेना ने नृत्य किया तो उपस्थित श्रद्धालु भी थिरकने लगे।
आयोजन की शुरुआत 101 विद्वानों द्वारा सुंदरकांड के पाठ से हुई। इसके बाद भारत रत्न बिस्मिल्लाह खान के पौत्र नासिर अब्बास की टीम ने शहनाई वादन की प्रस्तुति दी। गणेश वंदना के बाद अतिथियों का स्वागत और सम्मान किया गया। इसके बाद अनामिका अंबर का काव्यपाठ हुआ
अनामिका अंबर ने जब अपने मशहूर गीत “रामभक्त ही राज करेगा दिल्ली के सिंहासन पर..” और “अब काशी के शिव शंभू की बारी…” का पाठ किया तो सामने मौजूद विशाल जनसमूह खड़े होकर तालियां बजाते हुए झूमने लगा। काशी की जनता वंस मोर वंस मोर कहने लगी तो अनामिका ने मतदान करने का संकल्प कराकर फिर से काव्यपाठ किया। इस दौरान लोग भी उनका साथ दे रहे थे।
जयपुर के संत अमरनाथ महाराज ने कराया हनुमान चालीसा का ओजस्वी पाठ
काव्यपाठ समाप्त होने पर संत अमरनाथ महाराज के नेतृत्व में हनुमान चालीसा पाठ हुआ। महाराज एक पंक्ति पढ़ते और सामने खड़ी जनता दूसरी पंक्ति के साथ चौपाई को पूरा करती। शाम के समय गंगा के तट पर खड़ी नावों में हाथ जोड़कर हनुमान चालीसा का पाठ करते हुए लोगों का दृश्य देखकर ऐसा लग रहा था मानो शिव की नगरी में रामभक्तों का महाकुंभ लगा हो। सामूहिक हनुमान चालीसा के बाद हनुमान जी की आरती के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।