राजेश कुमावत, indireporter.com
भारत विश्व का सबसे बड़ा एवं सफल लोकतंत्र
41 विद्यालय के 181 छात्रों ने निभाई युवा संसद में भूमिका
विधानसभा में में समृद्ध संवैधानिक परम्पराओं, नियमों और प्रक्रियाओं की महत्वपूर्ण भूमिका नेशन फर्स्ट की भावना के साथ कार्य करने का आहवान
जयपुर, 27 जुलाई। भारत विश्व का सबसे बड़ा एवं सफल लोकतंत्र है। राष्ट्र को महान बनाने में यहाँ की समृद्ध संवैधानिक परम्पराए, नियम और प्रक्रियाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। भविष्य में इस महान लोकतंत्र को इसी प्रकार जीवित रखने में देश के युवाओं का अहम योगदान होगा।
राजस्थान विधानसभा में शनिवार को राष्ट्र मण्डल संसदीय संघ की राजस्थान शाखा के तत्वावधान में आयोजित युवा संसद समारोह को स्पीकर वासुदेव देवनानी संबोधित कर रहे थे।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि वर्तमान में कई बार असंसदीय घटनाओं के कारण मन व्यथित होता है। असहनशीलता इसका प्रमुख कारण है। उन्होंने युवाओं को कहा कि सहनशील और शिक्षित बनकर वसुधैव कुटुम्बकम की भावना से राष्ट्र निर्माण के लिए हमेशा कार्य करते रहे।
संविधान के आधार पर ही देश में विधायिका, न्यायपालिका और कार्यपालिका कार्य करती है इसलिए देश के युवाओं को संविधान में अपनी गहरी आस्था रखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि देश के युवा जातिवाद, क्षेत्रवाद से ऊपर उठकर नेशन फर्स्ट की भावना के साथ कार्य करें। राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए एक भारत श्रेष्ठ भारत की दिशा में काम करें।
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि प्रदेश के विकास, कानूनों की क्रियान्विति आदि का निर्धारण विधानसभा से ही होता है। इस पवित्र सदन में आना बहुत सौभाग्य की बात है।
इस कार्यक्रम में 41 विद्यालयों के 181 विद्यार्थियों द्वारा विधायक के रूप में सदन में बैठकर जनहित के प्रश्न पूछे गए एवं उनके द्वारा ही स्पीकर, मुख्यमंत्री, नेता प्रतिपक्ष व मंत्री की भूमिका निभाई गयी। कार्यक्रम में 20 जयपुर के और 21 राज्य के अन्य जिलों व राज्यों के विद्यालयों ने कार्यक्रम में भाग लिया।