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भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा: मंगला आरती के बाद भगवान जगन्नाथ को रथ तक पहुंचने में लगे लगभग 15 घंटे
भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा में 10 लाखों श्रद्धालु की भीड़
जगन्नाथ रथ यात्रा में मची भगदड़ में एक श्रद्धालु की मौत,
कई घायल, मुख्यमंत्री मोहन चारण माझी ने मुआवजे का किया एलान
उड़ीसा पुरी भगवान जगन्नाथ की वार्षिक रथयात्रा बड़े धूमधाम से निकली, देसी विदेशी श्रद्धालुओं ने रथ यात्रा के आगे नाचते गाते हुए भगवान की भक्ति में लीन नजर आए।
भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा में लगभग 10 लाख श्रद्धालुओं के जयकारों से महाप्रभु का स्वागत किया।
इस वर्ष आषाढ़ के कृष्ण पक्ष में तिथियां घट जाने से ऐसा सहयोग बना की भगवान जगन्नाथ की ऐतिहासिक रथ यात्रा दो दिन चलेगी। ऐसा सहयोग आखरी बार 1971 में भी बना था।
भगवान जगन्नाथ को रथ तक पहुंचने में 15 घंटे लग गए, रथ शाम 5:20 पर आगे बढ़ा, डेढ़ घंटे में भगवान जगन्नाथ का रथ केवल 5 मीटर ही आगे बढ़ पाया।
मान्यता है कि भगवान जगन्नाथ अपनी प्रजा से मिलते हैं और सूरज ढल जाता है तो रात को वहीं रोक दिया जाता है।
भगवान जगन्नाथ का रथ रविवार की सुबह आरती के बाद फिर से आगे बढ़ा।
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने 7 जून को पुरी में भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा जुलूस में एक श्रद्धालु की मौत पर दुख जताया है। इसके साथ ही, उन्होंने मृतक के परिजन को 4 लाख रुपये का मुआवजा देने का भी एलान किया है।