राजेश कुमावत, indireporter.com
भारत बंद, राजस्थान बंद करने में सरकार का पूरा सहयोग रहा।
जयपुर, पुलिस प्रशासन ने ही व्यापारियों को अपने प्रतिष्ठान बंद करने का किया निवेदन
जयपुर में 90% तक बंद सफल, जगह-जगह सुरक्षा बल तैनात, सड़कों पर चले ऑटो-ई रिक्शा,
जयपुर, एससी-एसटी आरक्षण में क्रीमीलेयर को लेकर सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों की राय के विरोध में के विरोध में आज भारत बंद का आह्वान किया गया है। एससी-एसटी संगठनों के आह्वान पर भारत बंद का जयपुर में बुधवार को सुबह से ही असर दिखाई दिया।
जयपुर में बंद समर्थक रामनिवास बाग स्थित अल्बर्ट हॉल सामने एकत्रित हुए,ओर नारेबाजी करते हुए जुलूस के रूप में एमआई रोड होते हुए परकोटा शहर में बंद करवाते हुए निकले, पुलिस प्रशासन ने जुलूस को मुस्लिम इलाकों में जनों की अनुमति नहीं दी।
आम दिनों की तुलना में आज दुकानें व्यापारिक प्रतिष्ठान खुले ही नहीं, जिन व्यापारियों ने अपने घर के बाहर बनी दुकानों को खोलने का प्रयास किया, उनको पुलिस कर्मियों ने ही सुरक्षा की बात को लेकर बंद ही करने का सुझाव दिया। सड़क पर चहल-पहल कम नजर आई, अधिकांश बाजार दोपहर तक बंद ही रहे। गलियों में कुछ दुकानें खुली और कुछ बंद रही।
भारत बंद के दौरान ऑटो और ई रिक्शा चले. पब्लिक ट्रांसपोर्ट लो फ्लोर बसें बंद रही , हालांकि, एहतियात के तौर पर शहर में जगह-जगह पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल का जाब्ता तैनात रहा है।
जोधपुर के शेरगढ़ इलाके में भारत बंद समर्थकों ने एक पकोड़ी के ठेले को खुला देख उलट दिया, जिससे गरीब ठेला संचालक पर गर्म तेल की कढ़ाई गिरने से दोनों पैर झुलस गए।
भारत बंद के दौरान संपूर्ण राजस्थान मे छुटपुट घटनाओं को छोड़कर शांति रही।
कांग्रेस पार्टी ने भारत बंद का राष्ट्रीय स्तर पर समर्थन किया है, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भारत बंद के मद्देनजर सभी वर्गों से शांति बनाए रखने की अपील की है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा एससी-एसटी आरक्षण में क्रीमीलेयर और उप वर्गीकरण को लेकर दिए गए फैसले के विरोध में देशभर के अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग ने भारत बंद का आह्वान किया है.’ उन्होंने समाज के सभी वर्गों से शांति बनाए रखने, की अपील की है। हम सभी को समाज में एकसाथ रहना है. इसलिए कोई ऐसा काम नहीं करें, जिससे आपसी सौहार्द्र बिगड़े।