इन्डी रिपोर्टर यूपी: गर्मी की ऋतु में खाया जाने वाला फल है, तरबूज,का पेड़ नहीं होता हैं, यह तो लता या बेल में लगता है, तरबूज जो जमीन पर ही रहकर पकता है जिसका आवरण बाहर से हरा या गहरा हरा होता है, अंदर से लाल और मीठा होता है, जो शरीर में ग्लूकोज की कमी को पूरा करता है, इन्हीं गुणों का होना कुछ व्यापारी या स्वास्थ्य के दुश्मनों के लिए आकर्षण का केंद्र बना है।
कुछ किसान व्यापारी अधिक जल्दी मुनाफा कमाने के चक्कर में तरबूज को जहरीला बनाकर स्वास्थ्य का दुश्मन बना रहे हैं, किसान के रूप में छुपे भेड़िए हानिकारक केमिकल की सहायता से तरबूज में इंजेक्शन लगाते हैं और कृत्रिम रूप से तरबूज को गहरा लाल एवं मीठा बनाकर बेचते हैं, ऐसे तरबूज स्वास्थ के लिए बहुत ही हानिकारक साबित हो रहे हैं। वरिष्ठ चिकित्सकों के अनुसार ऐसे तरबूज खाने से हार्ट अटैक, पेट की बीमारी या चर्म रोग होने की संभावना बहुत अधिक बढ़ जाती है। यह कार्रवाई किसान के खेत में होने के कारण पुलिस प्रशासन तक नहीं पहुंच पाती, लेकिन अब शिकायतों के बाद पुलिस ने जाल बेचकर यूपी में कुछ किसान मजदुरी करने वाले को तरबूज में केमिकल के इंजन लगाते हुए दबोचा है। आप भी देखिए इन्डी रिपोर्टर की आंखों देखी रिपोर्ट
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