मोहम्मद गौरी और जयचंद को वर्तमान में भी आप देख सकते हैं।
राजेश कुमावत, indireporter.com
जम्मू कश्मीर की उमर अब्दुला सरकार में डिप्टी चीफ मिनिस्टर सुरिंदर चौधरी! ये नेताजी पहले भाजपा के वफादार थे।
ये हिंदू हैं, हिंदू मेजॉरिटी क्षेत्र से जीत कर आए हैं, भाजपा के स्टेट चीफ रविंद्र रैना को हराकर विधायक बने।
उमर अब्दुल्ला ने अपनी सरकार में उपमुख्यमंत्री के पद से नवाजा, यही वो हिंदू है जिसने जम्मू कश्मीर विधानसभा में आर्टिकल 370 के खिलाफ में बिल पेश किया, यही आज के युग में “जयचंद” टाइप हिंदू है। जिनकी वजह से अभेद किले का दरवाजा अन्दर से खुलता है!
इनको सिर्फ अपना व्यक्तिगत फायदा देखना होता है, समाज, देश और धर्म इनके लिए कोई मायने नहीं रखता।
हिंदुओं के वोटों से विधायक बने सुरिंदर चौधरी “जयचंद” ने ही हिंदुओं के खिलाफ 6 नवंबर को जम्मू कश्मीर विधानसभा में अनुच्छेद 370 की बहाली का प्रस्ताव रखा।
सिर्फ तिलक लगा लेने से ही हिन्दू धर्म की रक्षा नहीं होगी।
नेशनल कॉन्फ्रेंस ने चुनाव प्रचार में वादा किया था कि सरकार बनने पर विधानसभा में पहला प्रस्ताव 370 की बहाली का ही रखा जाएगा।
सुरिन्दर चौधरी ने नौशेरा हिंदू बाहुल्य विधानसभा सीट से चुनाव में भाजपा के रविंदर रैना को 7 हजार 819 मतों से हराया था।
भारत में रहने वाले हिंदुओं के हालातों का अंदाजा लगाया जा सकता है। सुरिंदर चौधरी जैसे हिंदू उप मुख्यमंत्री के पद के लालच में देश समाज धर्म से गद्दारी कर “जयचंद” बनते हैं!