जीतेन्द्र शर्मा, indireporter.com
जयपुर के युवा रंगकर्मी जीतेन्द्र शर्मा के निर्देशन में पहली बार बनारस के ऐतिहासिक मणिकर्णिका श्मशान घाट पर चिताओ के बीच आधी रात 12 बजे होगी “श्मशान घाट” संगीत नाटक की होगी विशेष प्रस्तुति।
वाराणासी , लीक से हटकर एवम अनछुए विषय पर संगीत एवम नाटक के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए जाने पहचाने वाले जयपुर के युवा नाट्य निर्देशक एवम अभिनेता जीतेन्द्र शर्मा एक बार फिर ऐतिहासिक स्थल मणिकर्णिका घाट गंगा किनारे बनारस में संगीत और नाट्य की विशेष प्रस्तुति।
युवा रंगकर्मी इस बार पार्थिव मृत शरीर की चिताओं को दी जानी वाली अग्नि की लपटो के बीच श्मशान घाट “शुभ जीवन जीने की नई किरण” 15 दिसम्बर रात 12 बजे, दर्शकों के बीच जीवन के वास्तविक दर्शन को बताने वाली संगीत व नाट्य प्रस्तुति देंगे।
आयोजन संस्कृति के लिए कार्य कर रही शुभ विचार संस्था के संस्थापक एवम अभिनेता जीतेन्द्र अपने स्वयं के लिखे प्रसिद्ध नाट्य संवाद “मेरी सोच तेरी सोच से कही आगे बढकर है,
जहाँ मैं आज जिंदा खड़ा हूँ , वहां तू कल मर कर भी लेटा ही मिलेगा।” से अपनी प्रस्तुति की शुरुआत करेंगे और प्रस्तुति के द्वारा बताएंगे कि शमशान घाट संसार का सब से पवित्र स्थान है जहाँ भगवान भोले नाथ विचरण करते है जिसकी भस्म से महाकाल का श्रृंगार पुरा होता है। यहां आ कर अपने और पराये सब अपने शरीर के सुख दुख से निकलते है,आत्मा मोह से छुटकारा पाती है उसे शांति मिलती है। यहां से फिर एक नये जीवन जीने का नवसुर्जन प्रारंभ होता है, वह स्थान श्मशान है वह अशुभ अपवित्र नही बल्कि सब से शुभ व पवित्र स्थान है।विशेष प्रस्तुति के लिए मुंबई के प्रसिद्ध गायक पदमश्री स्वर्गलोक रविन्द्र जैन और भजन सम्राट पदमश्री अनूप जलोटा के मुख्य शिष्य व बॉलीबुड पार्श्व गायक रवि जैन जीवन का दर्शन देने वाले गीत-संगीत व अभिनय की प्रस्तुति देंगे, सुत्रधार की मुख्य भूमिका के साथ जीतेन्द्र शर्मा “ज़िंदगी का सफर है कैसा सफर कोई समझा नही कोई जाना नही” जिंदगी प्यार का गीत है इसे हर दिल को गाना पड़ेगा ” आदि गीतों के साथ अभिनयात्मक प्रस्तुति दें कर जीवन के वास्तविक उद्देश्यों को बताऐंगे।
यह अनूठा आयोजन व प्रस्तुति सम्भवतः विश्व की ऐसी पहली प्रस्तुति होगी जब श्मशान के मध्य मे कई चिताओ की लपटो के बीच संगीत और अभिनय की प्रस्तुतियां के साथ लोगो को जीवन जीने के वास्तविक उद्देश्यों के बारे में जोड़ा जायेगा व बताया जायेगा।