राजेश कुमावत, indireporter.com
उपराष्ट्रपति, जगदीप धनकर पत्नी सहित पहुंचे तनोट माता के मंदिर
सीमा सुरक्षा बल के जवानों के लिए कहा—राष्ट्र के प्रति आपका प्रेम एवं प्रतिबद्धता वंदनीय है, मैं आपको नमन करता हूं: जगदीप धनकड
जयपुर। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ अपनी धर्मपत्नी डॉ. सुदेश धनखड़ के साथ गुरुवार को दो दिवसीय दौरे पर जैसलमेर पहुंचे।
जैसलमेर से उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ हेलीकॉप्टर द्वारा तनोट माता मंदिर दर्शन करने पहुंचे, जहां सीमा सुरक्षा बल के जवानों द्वारा उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
उपराष्ट्रपति धनखड़ एवं उनकी धर्मपत्नी डॉ. सुदेश धनखड़ ने तनोट माता के दर्शन कर पूजा अर्चना की और समस्त देशवासियों के सुख, समृद्धि और खुशहाली के लिए प्रार्थना की
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर बावलियांवाला चौकी पहुंचे और वहां तैनात बीएसएफ के जवानों से मुलाकात की। कठिन परिस्थितियों में देश की सीमाओं की रक्षा कर रहे सैनिकों की प्रशंसा करते हुए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि उनके साहस और त्याग के कारण ही सभी देशवासी चैन की नींद सो पाते हैं।
बीएसएफ़ जवानों का उत्साह वर्धन करते हुए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि आप लोगों का योगदान, आपकी तपस्या और कर्तव्यनिष्ठा अभिनंदनीय है, आप बेहद चुनौतीपूर्ण स्थिति में देश सेवा करते हो। उन्होंने कहा कि आज का भारत दुनिया के नक्शे पर अलग भारत है। सबसे तेज़ी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्थाओं में से है, कुछ वर्षों में हम विश्व की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था होंगे। 2047 में विकसित भारत होगा, आप इस मैराथन के सिपहसालार हैं। आपका काम बहुत चुनौतीपूर्ण है, आपकी राष्ट्र भावना, राष्ट्र के प्रति आपका प्रेम, आपकी प्रतिबद्धता वंदनीय है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि मैं सैनिक स्कूल का स्टूडेंट रहा हूँ, इसलिए भी आपसे बेहद लगाव है। जब मैंने यहाँ बच्चियों को देखा, तो कभी नहीं सोचा था कि हमारी बेटियाँ इतना उत्कृष्ट काम करेंगी। बेटियाँ आज कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रहीं हैं। इस विषम परिस्थिति में भी राष्ट्र के प्रति आपका समर्पण अनुकरणीय है, मेरी यही कामना है कि आप सभी सुखी रहें।
उपराष्ट्रपति जैसलमेर में रुकेंगे और वे 154 बटालियन, बीएसएफ के मुख्यालय में एक समारोह में भाग लिया व सीमा सुरक्षा बल के जवानों व अधिकारियों से संवाद भी किया।