राजेश कुमावत, indireporter.com
मोक्षधाम शमशान घाट में ही सूर्य नमस्कार योगासन कर मनाया अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस
समय अभाव के कारण परिवार सहित श्मशान घाट में किया योग
निरोगी शरीर, प्रसन्न मन के लिए जहां भी समय जगह मिले करें योग
जयपुर जिले के जोबनेर कस्बे में अंतराराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर समय अभाव के कारण श्मशान घाट में ही किया योग,
जोबनेर कस्बे के धुंधारिया परिवार में अनहोनी घटना घट गई,
19 जून 2024 को धुंधारिया परिवार की 103 वर्षीया माताजी लक्ष्मी देवी का स्वर्गवास हो गया,
हिंदू धर्म में स्वर्गवास के बाद तीसरे दिन श्मशान घाट में सुबह पहले ही मृत्यक की मोक्ष प्राप्ति के लिए धार्मिक अनुष्ठान होता है, इस अनुष्ठान में पारिवारिक बंधु मित्र सभी शामिल होते हैं। लक्ष्मी देवी के स्वर्गवास के बाद तीसरे दिन, 21 जून 2024 को परिवारक सदस्यों एवं मित्रों के साथ सुबह सुनारों की बगीची स्थित कुमावत समाज के श्मशान घाट में पहुंचे। श्मशान घाट में तीसरे की मोक्ष प्रक्रिया के बाद समय निकालकर सभी परिवार सभी लोगों ने जीवन में निरोगी शरीर एवं प्रसन्न मन के लिए ‘योग’ ( सूर्य नमस्कार ) किया।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपयोगिता को समझते हुए ‘स्वस्थ शरीर प्रसन्न मन’ के लिए परिवार जनों सहित श्मशान घाट में ही योगसन कर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया।