राजेश कुमावत, indireporter.com
सभी विधायकों को विधानसभा का दो दिन का प्रशिक्षण अनिवार्य
सभी विधायकों को विधानसभा नियम 269 को याद होना चाहिए
कोई भी सदस्य सदन में धुम्रपान, मद्यपान नहीं करेगा और ना ही सदन में नींद लेगा
प्रशिक्षण में शामिल नहीं होने वाले विधायकों को विधानसभा में बोलने का मौका नहीं
जयपुर, राजस्थान विधान सभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने बुधवार को सदन में संसदीय कार्य मंत्री और नेता प्रतिपक्ष से कहा कि सभी विधायकों का दो दिन का प्रशिक्षण अनिवार्य रूप से कराये, सदन के सुव्यवस्थित संचालन के लिये सभी विधायकों का प्रशिक्षण कराना आवश्यक है, ताकि नियमों, मर्यादाओं और परम्पराओं का निर्वहन हो सकें। इस प्रशिक्षण में विधायकों की उपस्थिति को अनिवार्य करें। जो विधायक इस प्रशिक्षण में शामिल नहीं हो उनको बोलने का मौका न दिया जाने पर विचार किया जायें।
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव नानी ने कहा की मर्यादाओं और नियमावली का विधायकों को कंठस्थ करायें, ताकि सदन का संचालन व्यवस्थित रूप से हो सकें। सदन नियमों और परम्पराओं से चलता है। इस पवित्र सदन में जनता ने विधायकगण को चुनकर भेजा है। यहाँ की कुछ मर्यादाऐं है, यहाँ के कुछ नियम है, जनता की हमसे बहुत कुछ उम्मीदें है। सभी विधायकगण को सदन में नियमों का पालन करना होगा।
राजस्थान विधान सभा के प्रक्रिया तथा कार्य संचालन संबंधी नियम के नियम 269 को पढ़ें और उन नियमों को अमल में लाये। इससे सदन की गरिमा बनेगी और आमजन में अच्छा संदेश जायेगा। उन्होंने कहा कि इस नियम को सदस्यगण पढकर आयेंगे तो सदन को चलाने में सुविधा रहेंगी और सदन की गरिमा भी बनी रहेंगी। सदन में बैठते और उठतें समय शिष्टाचार का ध्यान रखें, देवनानी ने सदस्यों से अनुरोध किया कि सदन के नियमों का पालन करें।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान विधानसभा के प्रकिया तथा कार्य संचालन संबंधी नियमों के नियम 269 के तहत सदन में उपस्थित रहते समय सदस्यों द्वारा सदन में धूम्रपान नहीं करेगा अथवा पानी अथवा अन्य किसी पेय xका उपयोग नहीं करेगा या कोई चीज नहीं खायेगा, सदन में हथियार, लकड़ी अथवा छाता नहीं लायेगा और सदन में नींद नहीं लेगा।