योगेंद्र शर्मा, indireporter.com
बेटियों को एक हाथ में कलम और दूसरी हाथ से तलवार चलाना सिखाएं, तब बचेगी की बेटियां: मूमल राजवी
जयपुर। भारतीय महिला को सशक्तीकरण की आवश्यकता नहीं, वह सशक्त है। पुरुष महिलाओं को नहीं बनाता बल्कि महिलाएं पुरुषों का निर्माण करती हैं। ये विचार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक बाबूलाल ने बुधवार को राजस्थान विश्वविद्यालय के मानविकी पीठ सभागार में आयोजित महिला सुरक्षा-चुनौतियां एव समाधान प्रबुद्ध जन गोष्ठी में व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि बच्चों की प्रथम गुरु मॉं होती है। वही उन्हें संस्कारित करती है। शिवाजी को प्रेरणा देने वाली उनकी मॉं जीजाबाई थीं। स्वामी विवेकानंद और मदन मोहन मालवीय के जीवन में भी उनकी मॉं की महत्वपूर्ण भूमिका थी। आज भी माताओं के ऊपर जिम्मेदारी है कि वे अपने बच्चों को अच्छे संस्कार दें, ताकि एक सभ्य समाज का निर्माण हो सके।
सुप्रीम कोर्ट की वरिष्ठ अधिवक्ता मूमल राजवी ने कहा कि महिला सुरक्षा और सम्मान सभ्य समाज के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि जिस देश में महिलाएं सुरक्षित नहीं, वो देश प्रगति भी नहीं कर सकता। मूमल राजवी ने अजमेर सेक्स स्कैंडल की चर्चा करते हुए कहा कि वह दौर कितना भयावह रहा होगा, जब एक बालिका से शुरू हुआ यह घिनौना कृत्य 250 बालिकाओं के जीवन को तबाह कर गया। कुछ बालिकाओं ने आत्महत्या कर ली। उन्होंने कहा कि इस मामले में आरोपी यूथ कांग्रेस से जुड़े थे और अजमेर दरगाह के खादिम परिवार से थे। उनकी पहुंच और दबदबे के आगे सिस्टम भी कुछ नही कर पाया। कुछ आरोपी बरी हो गए और कुछ जमानत पर रिहा होकर आराम का जीवन गुजार रहे हैं। 32 वर्ष बाद 6 आरोपियों को सजा हुई है। यह बताता है कि हमारा सिस्टम कितना कमजोर है। मूमल ने कहा कि चुप्पी अपराधियों को निडर बनाती है। इतिहास उन्हीं का लिखा जाता है, जो अन्याय के विरुद्ध आवाज उठाते हैं।
वरिष्ठ आईपीएस अनिल पालीवाल ने कहा कि महिला सुरक्षा का विषय समाज और संस्कृति से जुड़ा है। इसको लेकर राज्य सरकार और पुलिस भी चिंतित है। महिलाएं हमेशा से समाज की पोषक रही है। इसे समाज ने स्वीकारा भी है। चाहे गाय हो या फिर नदियां, हमने इन्हें भी मां का स्थान दिया है। सनातन संस्कृति में महिला का सम्मान रचा बसा है। महिलाओं के विरुद्ध अपराधों में 90 प्रतिशत अपराधी परिचित ही होते हैं।
मनसा अध्यक्ष डॉ. सुनीता अग्रवाल ने सभी का आभार जताया।
संगोष्ठी का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और मां शारदे के भजन से हुआ। कार्यक्रम में क्षेत्र कार्यवाह गेंदालाल और सहित काफी संख्या में महिलाएं और छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। समापन शांति मंत्र से हुआ