योगेन्द्र शर्मा, indireporter.com
बांग्लादेश में संयुक्त राष्ट्र संघ करे हस्तक्षेप
हिन्दुओं व अन्य अल्पसंख्यक समुदाय के मानवाधिकारों की करें सुरक्षा
जयपुर। बांग्लादेश में हिन्दूओं और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों पर हो रहे हिंसक अत्याचार और मानवाधिकार उल्लंघन की अत्यंत दुखद,चिन्ताजनक एवं भयावह स्थितियों से चिंतित राजस्थान के प्रबुद्धजनों द्वारा संयुक्त राष्ट्र संघ] महासचिव के नाम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बांग्लादेश के वर्तमान हालातों का खुलासा करते हुए प्रमुख रूप से पांच मांगें रखी है।
जिसमें हिन्दुओं पर हो रहे अमानवीय अत्याचारों को तुरन्त प्रभाव से रोका जाए और मानवाधिकारों की रक्षा की जाए। यूनाइटेड नेशंस ह्यूमेन राइट्स काउंसिल बांग्लादेश में प्रतिनिधि मडंल भेज मानवाधिकारों का संरक्षण सुनिश्चत करें। सुनियोजित हिंसा के शिकार हुए पीड़ित समुदाय की क्षतिपूर्ति एवं पुर्नवास हो। संयुक्त राष्ट्र संघ की शांति सेना को बांग्लादेश भेजा जाए तथा भविष्य में हिन्दुओं की सुरक्षा और धार्मिक स्वतंत्रता के लिए संवैधानिक व्यवस्था यूएनओ की निगरानी में बनाए जाने की मांग की है।
विश्व मानवाधिकार दिवस के अवसर पर बांग्लादेश में हिन्दूओं एवं अन्य अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ जारी हिंसा के विरोध स्वरूप यूएनओ महासचिव के नाम लिखे ज्ञापन में राजस्थान क्षेत्र के सेवानिवृत न्यायाधीश, पूर्व आईएस एवं आईपीएस, पूर्व सेन्य अधिकारी, कुलपति, प्रशासनिक अधिकारी, चिकित्सकों एवं विभिन्न आयोगों के पूर्व अध्यक्षों सहित उद्योग संघ अध्यक्षों द्वारा ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए थें।
राजस्थान क्षेत्र के प्रतिष्ठित उच्च प्रशासनिक पदों पर आसीन रहे लोगों के प्रतिनिधिमण्डल की ओर से यूएनओ महासचिव के अतिरिक्त महामहिम राष्ट्रपति और राज्यपाल के नाम भी ज्ञापन सौंपा गया और बांग्लादेश के हालातों पर केन्द्र सरकार से भी यूएनओ में अपना पक्ष रख हिन्दूओं की सुरक्षा कराने का आग्रह किया ।