राजेश कुमावत, indireporter.com
प्रसिद्ध धार्मिक स्थल श्री बंधे के बालाजी मंदिर मे मृत पूर्वजों सहित साई की प्रतिमा लगाने का विरोध
श्री बंधे बालाजी मंदिर प्रबंध समिति के नेताजी ने परिसर में अपने मृतक पूर्वजों की लगाई प्रतिमाएं
श्री बंधे बालाजी मंदिर प्रबंध समिति ने अखंड रामायण सहित हनुमान जयंती के अवसर पर होने वाले कार्यक्रमों पर लगाई रोक
जयपुर श्री बंधे के बालाजी मंदिर जयपुर जिले के उगरियावास गांव में स्थित है, जयपुर सहित आसपास गांवों के लोग श्री बंधे बालाजी को कुल देवता के रूप में पूजते हैं। श्री बंधे बालाजी मंदिर प्रबंध समिति मुखिया ने मंदिर परिसर में ही अपने मृतक पूर्वजों सहित ही साई बाबा की की प्रतिमाएं भी बालाजी मंदिर परिसर में स्थापित कर दी हैं। इन नवनिर्मित प्रतिमाओं का बालाजी के भक्तों ने विरोध शुरू कर दिया है। श्री बंधे के बालाजी मंदिर भक्तों द्वारा हनुमान जन्मोत्सव को देखते हुए सरकार को एक लिखित ज्ञापन भी दिया है।
जय श्री राम
जय हनुमान
श्री बंधे बालाजी धाम
उग्रियावास , जयपुर
1, समिति अध्यक्ष ओम प्रकाश पुनिया द्वारा अपने मृत पूर्वजों की मूर्ति स्थापित करने के उदेश्य से ( निजी स्वार्थ पूर्ति करने के लिए ) हिन्दू धर्म संस्कृति के विरुद्ध ( साईं ) की मूर्ति गुपचुप तरीक़े से श्री बंधे बालाजी मन्दिर के सामने राम मंदिर, शिव मंदिर के पास स्तापित कर दी गयी , अमृत पूर्वज की मूर्ति मन्दिर में स्थापित करने से सभी भक्तों में रोष है
2, श्री बंधे बालाजी मन्दिर के वास्तविक धार्मिक ऐतिहासिक नाम को बदलकर, श्री भंदे हनुमान मन्दिर कर दिया गया
3 श्रीरामायण , श्रीरामचरित मानस जी के अखंड पाठ मन्दिर प्रागण में करने की मनाही है
सभी सनातनी संतों महात्माओं से , सभी , हिंदुओं से ,सर्वसमाज से, राजस्थान सरकार से निवेदन हैं कृपया संज्ञान लें
जिससें 12 अप्रेल को श्री हनुमान जन्मोत्सव, पवित्रता के साथ धूम धाम से मनाया जा सके
निवेदक;- श्री अमरनाथ महाराज एवं सभी सनातनी हिन्दू श्री बंधे बालाजी महाराज के भक्त
बंधे के बालाजी ही हैं, और बंधे के बालाजी ही रहेंगे