राजेश कुमावत,, indireporter.com
बांग्लादेश में आरक्षण आंदोलन, सरकार का सत्तापलट की आड़ लेकर मुस्लिम कट्टरपंथी, हिंदुओं का कर रहे हैं “सर्वनाश”
बांग्लादेश में राजनीतिक संकट हिन्दुओ के लिए भयंकर तूफान लेकर आया है, आंदोलन के नाम पर हिन्दुओ के घरों पर हमले शुरू हो गए, बांग्लादेश में मुट्ठीभर हिन्दू बचे हैं, मंदिरों को तोड़ना, आग लगाना, हिन्दुओ पर हमला करना मानो मुस्लिम कट्टरपंथियों का रोजगार हो गया हो।
राजनीतिक संकट के बीच पिछले 1 महीने में बांग्लादेशी हिन्दुओ के साथ जो हुआ, वैसा पहले भी होता रहा है। चुन-चुनकर घरों पर हमले , घरों से निकालकर उनकी हत्या कर दी गयी। महिलाओं को किडनैप कर बलात्कार कर दिया गया। कितनी हिन्दू महिलाएं और बेटियां इस्लामी कट्टरपंथियों का शिकार बनी उसका कोई आंकड़ा ही नहीं है। इस हिन्दू नरसंहार की न तो कभी जांच होगी न ही कभी इसकी रिपोर्ट आएगी। दुनिया को कभी इस नरसंहार का पता ही नहीं चलेगा क्योंकि ये सब आंदोलन की आड़ में किया है।
आरक्षण आंदोलन की में लगभग 300 लोगों ने जान गवाही है, लेकिन मुस्लिम कट्टरपंथियों ने हजारों हिंदुओं का सरे राह कत्ल किया, हिंदुओं का व्यापार लूटा, हिंदू महिलाओं की अस्मत लूटी, लाखों पीड़ित हिंदू बॉर्डर पारकर भारत आने का इंतजार कर रहे हैं।
पिछले दिनो में जो फ़ोटो और वीडियो बांग्लादेश से आए हैं वो रूह कंपा देने वाली है। लोगों को जिंदा जलाया जा रहा है, मारकर सरेआम चौराहे पर टांग दिया जा रहा है। कोई कानून नहीं, कोई कोर्ट नहीं, कोई संविधान नहीं, कोई पुलिस, सेना नहीं। जिसकी जिम्मेदारी थी वो देश छोड़कर भाग चुकी हैं।
बांग्लादेश में हो रहे इस हिन्दू नरसंहार पर चुप है। UN हो, वर्ल्ड लीडर्स हो, मानवाधिकार संगठन हो, सेलेब्रिटीज़ हों सबके मुंह पर ताला लगा हुआ है।
भारत का हिन्दू समाज बांग्लादेश से आनेवाले हिन्दुओ के लिए दिल खोलकर बैठा है, भारतीय जनमानस अपने लोगों को इतनी पीड़ा में अब नहीं देख सकता, वो बस उस पल का इंतजार कर रहा है जब बांग्लादेश से हिन्दू भारत की ओर कूच करेंगे और भारत आकर खुले आसमान में आजाद सांसें लेंगे।
बांग्लादेश में हिन्दुओ पर हुए हमले कोई मामूली घटना नहीं है, बाहर से जो दिख रहा है अंदर की स्थिति उस से और भयावह है। हिन्दुओ के साथ हमेशा यही होता आया है।